अभी अभी थी धूप, बरसने लगा कहाँ से ये पानी। अभी अभी थी धूप, बरसने लगा कहाँ से ये पानी।
तुम जब सिमट के मेरी बाहो में आ गए , लाखो अरमां पल में पूरे हो गए । देखा था हमने ख तुम जब सिमट के मेरी बाहो में आ गए , लाखो अरमां पल में पूरे हो गए । द...
आज अचानक कागज के कुछ पुराने टुकड़े मिले, ऐसा लगा बरसों बाद वो हमें आज फिर से मिले । आज अचानक कागज के कुछ पुराने टुकड़े मिले, ऐसा लगा बरसों बाद वो हमें आज फिर से ...
क्या हम सच में कह सकते हैं कि मेरा देश आज़ाद है? क्या हम सच में कह सकते हैं कि मेरा देश आज़ाद है?
माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो
हवाओं ने छेड़े है मधुरिम तराने यूं लगे मास मधुमास का आ रहा है। हवाओं ने छेड़े है मधुरिम तराने यूं लगे मास मधुमास का आ रहा है।